मेरी तरह कोई तुझसे इतना,
प्यार करे तो कह देना।
दिल तेरा इस बात से ग़र,
इनकार करे तो कह देना॥
यूँ तो तेरे आशिक़ हर पल,
तेरे पीछे लगे रहे।
पर मुझ-सा कोई एक बार,
इज़हार करे तो कह देना॥
मैं तो अपने दिल की भाषा,
हर पल तुझसे कहता हूँ।
तेरा दिल भी एक बार,
इकरार करे तो कह देना॥
मेरा मन तो तेरी ख़ातिर,
कई पाप कर जाता है।
तेरा मन ग़र कभी जो,
भ्रष्टाचार करे तो कह देना॥
‘भोर’ की ख़ातिर तेरा मन,
झंकार करे तो कह देना।
इसी तरह कोई तुझसे इतना,
प्यार करे तो कह देना॥
©प्रभात सिंह राणा ‘भोर’